रोहित शर्मा ने बुधवार को टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी है. उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर अपने संन्यास की जानकारी दी है. इससे हिटमैन के फैंस का दिल टूट गया है, जो उन्हें टेस्ट क्रिकेट खेलते हुए देखना चाहते थे. रोहित टी20 क्रिकेट से पहले ही संन्यास ले चुके हैं. अब उन्होंने टेस्ट क्रिकेट को भी अलविदा कह दिया है.
रोहित ने 2024 में भारत की टी20 विश्व कप जीत के बाद टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले लिया था. अब उन्होंने 7 मई को टेस्ट क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया है. इंग्लैंड टेस्ट सीरीज से पहले उन्होंने अपना टेस्ट करियर खत्म कर दिया है. अब रोहित शर्मा सिर्फ भारत के लिए वनडे क्रिकेट खेलना जारी रखेंगे. रोहित ने हाल ही में भारत को चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में सफलतापूर्वक पहुंचाया और मेन इन ब्लू ने 12 साल के खिताबी सूखे को खत्म किया.
रोहित का अंतिम टेस्ट मैच बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आया था. यह ऑस्ट्रेलिया टूर का चौथा टेस्ट था जिसे भारत हार गया था. रोहित को कप्तान होने के बावजूद पांचवें मैच के लिए बाहर कर दिया गया क्योंकि भारत ने सीरीज 1-3 से गंवा दी.
रोहित ने अपने टेस्ट करियर का अंत 116 पारियों में 40.57 की औसत से 4,301 रन बनाकर किया जिसमें 12 शतक और अर्धशतक शामिल हैं. 38 वर्षीय रोहित अपने करियर के दूसरे भाग में भारत के सबसे सफल टेस्ट बल्लेबाज थे.
इंग्लैंड में पांच टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए भारत के पास एक नया टेस्ट कप्तान होगा जिसमें संभावित उम्मीदवार जसप्रीत बुमराह, केएल राहुल, शुभमन गिल और ऋषभ पंत हो सकते हैं. जसप्रीत बुमराह ने बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 के पहले और आखिरी टेस्ट में भारत की अगुआई की. हालांकि उनकी फिटनेस की चिंताओं के कारण भारत एक अलग विकल्प तलाश सकता है.
रोहित का 2024 में प्रदर्शन खराब रहा जब उन्होंने आठ टेस्ट मैचों की 15 पारियों में मात्र 10.93 का औसत बनाया. 2024-25 टेस्ट सत्र में न्यूनतम 15 पारियों वाले किसी भी शीर्ष-सात बल्लेबाज के लिए यह सबसे कम है. रोहित ने 24 टेस्ट में भारत की अगुआई की जिसमें से 12 जीते और 9 हारे थे.